शैक्षिक सत्र 2017-18 की राष्टीयकृत पाठ्यपुस्तकों के एफ0ओ0आर0 डेस्टिनेशन आपूर्ति एवम निःशुल्क वितरण के सम्बंध में आदेश
बीएड पाठ्यक्रम में दाखिले के लिए एलयू ने जारी किया शेड्यूलएक जून से मिलेंगे लेटर,दो को ट्रेनिंग,06 से काउंसलिंगघर बैठे चुन सकेंगे कालेजWww.upbed.nic.in पर लोक लर सकेंगे कॉलेज
बारह साल बाद नई पेंशन नीति का रास्ता खुला, बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों के वेतन से इस माह होगी कटौती, प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 2005 के बाद तैनात शिक्षकों को मिलेगी सुविधा, शिक्षा मित्रों समेत 3 लाख शिक्षकों का मामला कोर्ट में,उन्हें न्यायालय के फैसले के बाद मिलेगा लाभ, लेकिन शिक्षक पुरानी पेंशन पर अड़े
प्रवेश परीक्षा में पकड़ा गया मुन्ना भाई, इविवि बीकॉम की प्रवेश परीक्षा में सत्यम पाण्डेय की जगह परीक्षा देते पकड़ा गया युवक, बीए में 92 और बीकॉम में 90 फीसदी रही उपस्थिति
यूपी बोर्ड का रिजल्ट चार जून के बाद, इंटरमीडिएट और हाईस्कूल में पंजीकृत हैं 60 लाख 61 हजार 34 छात्र-छात्राएं
TGT स्नातक शिक्षक सिलाई का संसोधित परीक्षा परिणाम जारी, साक्षात्कार जून 21 से होगा
स्नातक शिक्षक सिलाई का संसोधित परीक्षा परिणाम जारी, साक्षात्कार जून 21 से होगा
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रदेश के अशासकीय माध्यमिक विद्यालयों को शिक्षक व प्रधानाचार्य मुहैया कराने वाला माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड उप्र पूरी तरह से चल पड़ा है। चयन और परिणाम पर कथित रोक से अफसर उबर गए हैं। इसीलिए कुछ दिन पहले स्नातक शिक्षक 2013 के पांच विषयों का अंतिम परिणाम जारी हुआ। मंगलवार को चयन बोर्ड ने स्नातक शिक्षक सिलाई 2013 का साक्षात्कार 21 जून को कराने का एलान कर दिया है।1चयन बोर्ड ने इसके पहले टीजीटी सिलाई की लिखित परीक्षा का परिणाम बीते 13 फरवरी को जारी किया था। उसमें सफल अभ्यर्थियों का साक्षात्कार भी कराया जा चुका है। अंतिम रिजल्ट आने से पहले चयन बोर्ड को कई अभ्यर्थियों ने प्रत्यावेदन देकर अवगत कराया कि विज्ञापन में प्रकाशित अर्हता के अनुरूप अर्ह अभ्यर्थियों का साक्षात्कार के लिए चयन नहीं हुआ है। असल में तमाम अभ्यर्थियों ने चंद माह के सिलाई डिप्लोमा से लेकर एक साल तक के डिप्लोमा के आधार पर नियुक्ति पाने की दावेदारी की थी। चयन बोर्ड ने उन्हें चयनित भी कर लिया, लेकिन गलती सामने आने पर उसमें सुधार किया है। चयन बोर्ड ने अब नए सिरे से टीजीटी सिलाई 2013 की लिखित परीक्षा का परिणाम जारी किया है। इसमें 26 अभ्यर्थी सफल हुए हैं।चयन बोर्ड सचिव रूबी सिंह ने बताया कि 21 जून को उनका साक्षात्कार होगा। सभी अभ्यर्थियों को पंजीकृत डाक से साक्षात्कार पत्र भेजा जा रहा है। जिन्हें साक्षात्कार पत्र न मिले वह कार्यालय दिवस में चयन बोर्ड मुख्यालय पर आकर उसे प्राप्त कर सकते हैं। यदि कार्यालय में भी इंटरव्यू लेटर मिलने में दिक्कत होती है तो अभ्यर्थी पहचान पत्र, परीक्षा प्रवेशपत्र प्रस्तुत करके साक्षात्कार में शामिल हो सकते हैं। साक्षात्कार पत्र के साथ ही सत्यापन प्रपत्र भी भेजा गया है, जिसे चयन बोर्ड की वेबसाइट से डाउनलोड भी किया जा सकता है। इसे हर अभ्यर्थी को भरकर दो प्रतियों में साक्षात्कार के समय अनिवार्य रूप से लाना है। अभ्यर्थी चयन बोर्ड की वेबसाइट पर लिखित परीक्षा का परिणाम देख सकते हैं।
प्राथमिक-माध्यमिक पाठ्यक्रमों में अनिवार्य हो कृषि शिक्षाअभाविप राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने पारित किए दो प्रस्ताव केरल में कम्युनिस्ट हिंसा पर केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की
प्राथमिक-माध्यमिक पाठ्यक्रमों में अनिवार्य हो कृषि शिक्षा
अभाविप राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने पारित किए दो प्रस्ताव
केरल में कम्युनिस्ट हिंसा पर केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की
मांग
राज्य ब्यूरो, लखनऊ : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद ने प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा में कृषि को अनिवार्य पाठ्यक्रम में शामिल किए जाने पर जोर दिया है। परिषद ने इसके लिए प्रस्ताव पारित किया है। इसके अलावा केरल में वामपंथी ¨हसा पर केंद्र सरकार से हस्तक्षेप की की गई है।1विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री सीमांतदास, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शोधार्थी शहजादी व केरल के प्रांत मंत्री पी श्यामराज ने मंगलवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के डीपीए सभागार में पत्रकारों से वार्ता में कहा कि कृषि शिक्षा को बढ़ावा देने से भावी पीढ़ी में कृषि के प्रति लगाव व जानकारी बढ़ेगी। आधुनिक विधि, तकनीक, शोध आदि की जानकारी विद्यालयों को मिलनी चाहिए। मातृभाषा में कृषि शिक्षा दी जाए और राष्ट्रीय कृषि शिक्षा नीति बनाई जाए। आइआइटी, आइआइएम की तर्ज पर कृषि संस्थान खोले जाने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय मंत्री सीमांत दास ने बताया कि इसी प्रस्ताव में चिकित्सा शिक्षा की कमियों की ओर सरकार का ध्यान आकर्षित किया गया।1केरल के प्रदेश मंत्री पी श्यामराज ने बताया कि केरल की वामपंथी सरकार बनने के बाद वहां राजनीतिक विरोधियों का हिंसक दमन चल रहा है। वामपंथी कार्यकर्ता नृशंसता से विरोधियों की आवाज दबाना चाहते हैं। केरल में शैक्षिक वातावरण भी ठीक नहीं है। अभी हाल में केरल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा सरेआम गाय काटने की निर्मम घटना और वामपंथियों द्वारा बीफ पार्टी का आयोजन धार्मिक भावनाओं को भड़काने के नजरिए से किया गया। केरल में दो सौ स्थानों पर बीफ पार्टी की गई इसी से कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं की मानसिकता का अनुमान लगाया जा सकता है।1राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य हैदराबाद की शोधार्थी शहजादी ने तीन तलाक का मुद्दा उठाया और कहा कि मुस्लिम महिलाओं की के अनुसार इसे प्रतिबंधित करना चाहिए। इसी प्रकार मुसलमानों को आरक्षण का भी विद्यार्थी परिषद विरोध करती है। 1विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने बताया कि संगठन सेल टूर कार्यक्रम के माध्यम से संस्कृतियों को जोड़ने का काम कर रहा है। खासकर पूवरेत्तर के छात्र-छात्रएं एक माह के लिए यूपी व अन्य प्रदेशों में परिवारों में रहकर वहां के तौर-तरीके सीखते हैं।
अफसर खुद बताएं कहां चाहते हैं तैनातीप्रदेश के माध्यमिक शिक्षा महकमे में बदलाव होने जा रहा माध्यमिक शिक्षा के निदेशक अमरनाथ वर्मा ने बीते सप्ताह प्रदेश के मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों (जेडी) को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि शासन की वार्षिक स्थानांतरण के तहत फेरबदल होना है
अफसर खुद बताएं कहां चाहते हैं तैनाती
प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा महकमे में बदलाव होने जा रहा
माध्यमिक शिक्षा के निदेशक अमरनाथ वर्मा ने बीते सप्ताह प्रदेश के मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों (जेडी) को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि शासन की वार्षिक स्थानांतरण के तहत फेरबदल होना है
120 अफसरों पर अनुशासनिक कार्रवाई
माध्यमिक शिक्षा महकमे में ‘क’ समूह के अफसरों की भरमार है। जिला विद्यालय निरीक्षक से लेकर संयुक्त शिक्षा निदेशक स्तर तक के अफसर इस श्रेणी में आते हैं। इनमें से करीब 120 अफसर ऐसे हैं जिन पर अनुशासनिक कार्रवाई लंबित है। ऐसे अफसरों को दायित्व मिलने की उम्मीद बहुत कम है। हालांकि तीन जिलों का विकल्प सभी का भेजा जा रहा है। 1
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की तरह शिक्षा महकमे के अफसर ताश की पत्तों की तरह नहीं फेंटे जाएंगे, बल्कि उन्हें मनचाहे जिले और जगह पर तैनाती देने की तैयारी है। यह जरूर है कि वार्षिक स्थानांतरण नीति के तहत जिला और मंडल के अफसरों को इधर से उधर जाना पड़ेगा। महकमे ने समूह ‘क’ के अफसरों से मनचाहे जिले में जाने का तीन विकल्प मांगा है। 1प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा महकमे में बदलाव होने जा रहा है। अभी तक यूपी बोर्ड की परीक्षा, उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन व रिजल्ट तैयार कराने में सभी व्यस्त रहे हैं। नया सत्र जुलाई से शुरू होना है इसलिए जून में ही अफसरों को इधर से उधर किया जाएगा। कुछ दिन पहले शिक्षा निदेशालय में अफसरों का पूरा ब्योरा कंप्यूटराइज्ड किया गया है। निदेशालय, जिला व मंडलों पर तैनात अफसरों ने अपनी तैनाती का पूरा विवरण पत्रक में भरकर निदेशालय में जमा किया है। इसमें हर अफसर ने सेवा शुरू होने से लेकर अब तक कब और कहां तैनात रहा है इसका पूरा ब्योरा दिया है। इससे सूबे की सरकार को यह भी पता चला है कि सपा या फिर बसपा शासनकाल में किन अफसरों को मलाईदार जगहों पर तैनाती मिली थी। कौन से ऐसे अफसर हैं जो दोनों सरकारों के चहेते रहे हैं और वह कौन अधिकारी हैं जो लगातार हाशिये पर रखे गए। साथ ही अफसरों की सेवा विवरणिका से जवाबदेही तय करने में भी सहूलियत मिली है। माध्यमिक शिक्षा के निदेशक अमरनाथ वर्मा ने बीते सप्ताह प्रदेश के मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों (जेडी) को पत्र भेजकर निर्देश दिया है कि शासन की वार्षिक स्थानांतरण के तहत फेरबदल होना है। इसलिए समूह ‘क’ के अफसरों से तीन जिलों का विकल्प लेकर उन्हंे ई-मेल के जरिये भेजा जाए, ताकि अफसरों को मनचाही तैनाती मिल सके।
20 से अधिक मुस्लिम आबादी वाले ब्लॉक में ही उर्दू शिक्षककस्तूरबा गांधी विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति का मामलाप्रदेश के 350 विद्यालयों में उर्दू शिक्षक नियुक्ति की अनुमति
20 से अधिक मुस्लिम आबादी वाले ब्लॉक में ही उर्दू शिक्षक
कस्तूरबा गांधी विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति का मामला
प्रदेश के 350 विद्यालयों में उर्दू शिक्षक नियुक्ति की अनुमति
स्वीकृति
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रदेश के सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की तैनाती नहीं होगी। अब केवल उन्हीं स्कूलों को उर्दू शिक्षक या फिर शिक्षिका मिलेंगे, जिन विकासखंडों में मुस्लिम आबादी 20 प्रतिशत से अधिक है। केंद्र सरकार ने प्रदेश के 350 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में ही उर्दू शिक्षक नियुक्ति की दी है। 1सर्व शिक्षा अभियान की अपर परियोजना निदेशक राजकुमारी वर्मा ने बीते 31 मार्च को बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर निर्देश दिया था कि सभी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में नवीन उर्दू शिक्षक या फिर शिक्षिका की नियुक्ति न की जाए। अब अपर निदेशक ने बीएसए को अवगत कराया है कि भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रलय ने बीते 27 मार्च को बैठक करके उत्तर प्रदेश के 350 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में उर्दू शिक्षक नियुक्त करने का प्रावधान किया है। मंत्रलय ने यह अनुमति इस प्रतिबंध के साथ दी है कि यदि जरूरत हो तो उर्दू शिक्षकों की तैनाती उन्हीं विद्यालयों में की जाये जिन विकासखंडों में 20 फीसद से अधिक मुस्लिम आबादी है। अपर निदेशक ने बीएसए को सभी स्कूलों की सूची भेज दी है। उसी के अनुरूप अब शिक्षकों की नियुक्ति होगी।
ननिहाल-ददिहाल गए बच्चों का आधार कैसे बनवाएं?यही नहीं जून में ही हर छात्र-छात्र ही यूनीफार्म भी तैयार कराई जानी है, ताकि स्कूल खुलने पर 15 जुलाई तक उसका वितरण किया जा सके
ननिहाल-ददिहाल गए बच्चों का आधार कैसे बनवाएं?
यही नहीं जून में ही हर छात्र-छात्र ही यूनीफार्म भी तैयार कराई जानी है, ताकि स्कूल खुलने पर 15 जुलाई तक उसका वितरण किया जा सके
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : प्रदेश सरकार वर्ष में 15 दिन का अवकाश पहले ही खत्म कर चुकी है। अब शिक्षकों गर्मी की छुट्टी का 40 दिन का अवकाश खराब होने को लेकर आशंकित हैं। स्कूलों में पढ़ने वाले हर बच्चे का आधार कार्ड और यूनीफार्म जून माह में बनवाने के आदेश से परिषदीय स्कूलों के शिक्षक परेशान हैं। उनकी परेशानी की वजह छुट्टी खराब होना ही नहीं है, बल्कि अवकाश में घर से बाहर गए बच्चों को बुलवाने के लिए वह क्या करें यह समझ नहीं पा रहे हैं। कुछ जिलों में तो शिक्षकों को ग्रीष्मावकाश में जिला न छोड़ने तक का आदेश दिया गया है।1बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक अफसरों के तरह-तरह के आदेशों से परेशान हैं। बीमार होने पर छुट्टी मांगनी हो तो मोबाइल पर प्रार्थना पत्र भेजना पड़ रहा है। स्कूल में प्रार्थना करते बच्चों की सेल्फी लेकर हर दिन रिपोर्ट भेजनी होती है। मिडडे-मील व अन्य तमाम तरह के निर्देश अलग से लागू हैं। प्रदेश सरकार ने कुछ माह ने पिछले माह 15 महापुरुषों पर सार्वजनिक अवकाश खत्म कर दिया है। यहां तक गनीमत रही है, लेकिन बीते 20 मई के बाद से जिस तरह के निर्देश जारी हो रहे हैं उससे शिक्षकों की बेचैनी बढ़ी है। प्रदेश भर के परिषदीय, अशासकीय और मदरसा आदि में 20 मई से गर्मी की छुट्टी हो गई है। इसी बीच सर्व शिक्षा अभियान के परियोजना निदेशक ने आदेश दिया कि मई व जून माह में हर बच्चे का आधार कार्ड अनिवार्य रूप से बनवाया जाए। यह कार्य शिक्षकों के जुटे बगैर संभव नहीं है, लेकिन तमाम ऐसे बच्चे हैं जो छुट्टियों में अभिभावकों के साथ सुदूर या फिर नाना-बाबा के घर चले गए हैं। शिक्षक उनका आधार कैसे बनवाए? यह उन्हें नहीं सूझ रहा है। 1यही नहीं जून में ही हर छात्र-छात्र ही यूनीफार्म भी तैयार कराई जानी है, ताकि स्कूल खुलने पर 15 जुलाई तक उसका वितरण किया जा सके। इसमें भी शिक्षकों को अहम रोल अदा करना है, लेकिन बच्चों की गैरहाजिरी सबको अखर रही है। परिषद सचिव ने सोमवार को ही यूनीफार्म के लिए जवाबदेही भी तय कर दी है इससे अफसर शिक्षकों पर दबाव बनाये हैं कि वह यूनीफार्म हर हाल में इसी माह में तैयार करवा दें। लखनऊ मंडल के अफसरों ने शिक्षकों को जिला न छोड़ने का आदेश तक दिया है। इसके अलावा कक्षावार बच्चों की सूचना निश्शुल्क किताबों के लिए भी भेजी जा रही है। शिक्षकों का कहना है कि स्कूल खुलने पर आधार व यूनीफार्म का कार्य प्राथमिकता पर पूरा कराया जा सकता है, लेकिन अफसर कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हैं।1
KANPUR:26 मई को बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएयन उ. प्र के अध्यक्ष महेन्द्र कुमार यादव के द्वारा कानपुर मण्डल इकाई के गठन बैठक कर किया गया। 📚 बैठक में सर्वसम्मति से मंजीत कुमार को कानपुर मंडल अध्यक्ष, अजीत कुमार दिवाकर को मण्डल महामंत्री, अरविंद सिंह यादव को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, रूचि वर्मा को मण्डल महिला उपाध्यक्ष, पंकज कुमार तिवारी को कानपुर मंडल उपाध्यक्ष, अरूण कुमार कमल को मण्डल कोषाध्यक्ष,आदर्श सिंह गौर को मण्डल संगठन मंत्री, पवन कुमार शुक्ला को मण्डल मंत्री पद पर मनोनीत किया गया।
26 मई को बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएयन उ. प्र के अध्यक्ष महेन्द्र कुमार यादव के द्वारा कानपुर मण्डल इकाई के गठन बैठक कर किया गया।
📚 बैठक में सर्वसम्मति से मंजीत कुमार को कानपुर मंडल अध्यक्ष, अजीत कुमार दिवाकर को मण्डल महामंत्री, अरविंद सिंह यादव को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, रूचि वर्मा को मण्डल महिला उपाध्यक्ष, पंकज कुमार तिवारी को कानपुर मंडल उपाध्यक्ष, अरूण कुमार कमल को मण्डल कोषाध्यक्ष,आदर्श सिंह गौर को मण्डल संगठन मंत्री, पवन कुमार शुक्ला को मण्डल मंत्री पद पर मनोनीत किया गया।
आज दिनांक 26.05.2017को बेसिक शिक्षक वेलफेयर एसोसिएयन उ. प्र के अध्यक्ष श्री महेन्द्र कुमार यादव जी के द्वारा कानपुर मण्डल इकाई के गठन हेतु बुद्धा पार्क कल्यानपुर कानपुर में बैठक का आयोजन किया गया बैठक में सर्वसम्मति से श्री मंजीत कुमार को कानपुर मंडल अध्यक्ष, श्री अजीत कुमार दिवाकर जी को मण्डल महामंत्री, श्री अरविंद सिंह यादव को वरिष्ठ उपाध्यक्ष, श्रीमती रूचि वर्मा जी को मण्डल महिला उपाध्यक्ष, ,श्री पंकज कुमार तिवारी जी को कानपुर मंडल उपाध्यक्ष, श्री अरूण कुमार कमल जी को मण्डल कोषाध्यक्ष, श्री आदर्श सिंह गौर को मण्डल संगठन मंत्री, श्री पवन कुमार शुक्ला जी को मण्डल मंत्री पद पर मनोनीत किया गया |
मण्डल अध्यक्ष ने कहा है कि हम शिक्षकों की समस्याओं को हल करवाना पहली प्राथमिकता होगी |
बैठक में कानपुर नगर से श्री महावीर जी, श्री विवेक कटियार जी, श्री पंकज जी, श्रीमती गौतमी जी, कानपुर देहात से श्री रवि कुमार, श्री जितेन्द्र कुमार कमल जी, श्री पंकज सिंह गौतम जी, श्री गिरीश कटियार जी, श्री रज्जन लाल जी, श्री राम बाबू जी, श्री मुकेश शाक्य जी, श्री शहजादे लाल जी, श्री अरूण कुमार यादव जी, श्री मोहनीश कटियार जी, श्री राजेन्द्र कुशवाह जी कन्नौज से श्री कमलेश कमल जी, श्री सुनील कुमार जी, श्री आशीष कुमार गौतम जी, श्री नरेंद्र कुमार जी, श्री इन्द्र प्रताप पाल जी, श्री संजय कुमार जी, श्री दिनेश कुमार जी, श्री गौरव तिवारी जी ,श्री शैलेन्द्र मिश्र जी, श्री विनय कटियार जी औरैया से बृजेश कुमार कठेरिया जी, इटावा से श्री सुधाकर जी एवं श्रीमती सरिता गौतम जी फरूर्खाबाद से श्री पंकज कुमार राजपूत जी एवं सम्मानित शिक्षकगण उपस्थिति रहे |
अजीत कुमार दिवाकर
कानपुर मण्डल महामंत्री