68 हजार शिक्षक भर्ती को परीक्षा जनवरी में, 20 जनवरी के बाद किसी भी दिन परीक्षा होने की संभावना, पांच लाख से अधिक अभ्यर्थियों के आवेदन आने की संभावना
परीक्षा नियामक प्राधिकारी ही कराएगा लिखित परीक्षा, सरकार ने 68500 शिक्षकों की नियुक्ति को परीक्षा का प्रारूप मंगा, कई जिलों में एक हजार या उससे भी अधिक हैं रिक्तियां
प्रतापगढ़ : 165 शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय खोजने में छूट रहा पसीना बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों से तीन दिन में मांगी थी रिपोर्ट
165 शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय खोजने में छूट रहा पसीना
बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों से तीन दिन में मांगी थी रिपोर्ट
कवायद
जासं, प्रतापगढ़1जिले के 165 शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय व विकास खंड खोजने में खंड शिक्षा अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं। मानदेय भेजने के समय यह प्रकरण सामने आया कि शिक्षामित्रों के समायोजन से पूर्व के उनके विद्यालय व विकास खंड में भिन्नता है।1 शिक्षामित्र समायोजन के बाद जिन विद्यालयों में पदास्थापित किए गए थे, सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समायोजन निरस्त होने के बाद भी अधिकांश अभी उन्ही विद्यालयों में हैं। प्रदेश सरकार ने सर्वोच्च अदालत के आदेश का अनुपालन करते हुए बीते 20 सितंबर को एक शासनादेश जारी कर ऐसे सभी समायोजित शिक्षकों को मूल पद शिक्षामित्र पर वापस करते हुए वर्ष में 11 माह के लिए दस हजार रुपये मानदेय निर्धारित कर दिया। जनपद में जहां आधे से अधिक समायोजित शिक्षकों ने विभागीय आदेश के तहत शिक्षामित्र पद पर अपने मूल विद्यालय में कार्यभार ग्रहण कर लिया और मानदेय की आस लगाए हैं। मानदेय भुगतान के पूर्व विभाग में 165 शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय खोजने में विभाग को पसीने छूट रहे हैं। इस्तीफा देकर बीटीसी करने वाले शिक्षामित्रों को जब विद्यालय में कार्यभार ग्रहण कराते समय मनमानी इस कदर हावी रही कि ग्राम शिक्षा समिति को भी अवगत नहीं कराया गया। बीएसए ने 24 नवंबर को खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर तीन दिनों के भीतर उक्त शिक्षामित्रों के मूल विद्यालय की जानकारी मांगी थी। अभी तक किसी भी खंड शिक्षा अधिकारी की रिपोर्ट बीएसए कार्यालय नहीं आई। इस संबंध में बीएसए बीएन सिंह ने बताया कि निकाय चुनाव की मतगणना के कारण रिपोर्ट नहीं आ सकी है।शिक्षामित्रों के मानदेय को लेकर बीएसए से मिलीं जिलाध्यक्ष
प्रतापगढ़ : आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष रीना सिंह ने मंगलवार को बीएसए से मिलकर कहा कि जिले के शिक्षामित्रों का मानदेय अभी तक उनके खातों में नहीं पहुंचा है। उन्होंने कहा कि जिन 165 शिक्षामित्रों का मूल विद्यालय न मिलने की वजह से मानदेय रोका गया है, उनमें से लगभग 130 शिक्षामित्रों को वह व्यक्तिगत रूप से जानती हैं। उन्होंने कहा कि जो गलत हों उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए लेकिन जो सही हों उनका मानदेय जल्द भेजा जाए।
अब सरकारी स्कूलों में लगेगी ‘किसानों की पाठशाला’ कृषकों की आय दोगुनी करने के बताए जाएंगे उपाय, वीडीओ कांफ्रेसिंग के जरिए प्रमुख सचिव कृषि ने अफसरों को दी जानकारी
अब सरकारी स्कूलों में लगेगी ‘किसानों की पाठशाला’
कृषकों की आय दोगुनी करने के बताए जाएंगे उपाय, वीडीओ कांफ्रेसिंग के जरिए प्रमुख सचिव कृषि ने अफसरों को दी जानकारी
जासं, इलाहाबाद : प्रदेश के किसानों की खुशहाली के लिए बहुत जल्द सरकारी विद्यालयों में किसानों की पाठशाला लगेगी। किसान अपनी फसलों की आय किस प्रकार से दोगुनी करें, इसको लेकर उन्हें पढ़ाया जाएगा। इस पाठशाला का आयोजन कृषि विभाग द्वारा किया जाएगा। 1 किसान पाठशाला में अधिकारी, मास्टर ट्रेनर किसानों को कमल गट्टा में अधिक पैदावार, प्रमाणित बीज चयन,औषधि खेती, सहफसली खेती, जैविक खेती, समय पर खेतों की बुआई समेत विभिन्न बिंदुओं की सीख देगें। साथ ही पाठशाला में सरकार की किसानों को लाभान्वित करने वाली योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। किसानों की पारंपरिक खेती करने की विधि से बाहर निकाल कर उन्हें तकनीकी खेती अपनाने की सीख देकर उनकी आय बढ़ाने को सरकार नई पहल आरंभ कर रही है। पांच दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मृदा दिवस है। इस मौके पर शाम को यह पाठशाला आयोजित की जाएगी। इसके लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को भी अलग से प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला कृषि अधिकारी डा. अश्वनी कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि पाठशाला में किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन लेने के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। कार्यक्रम के लिए जनपद में सेक्टर अधिकारियों की नियुक्ति उप कृषि निदेशक विजय सिंह द्वारा कर दी गई है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी इंद्रजीत यादव, भूमि संरक्षण अधिकारी गौरव कुमार सहित तमाम कर्मचारियों को मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण के लिए नियुक्त किया गया है। मंगलवार को प्रमुख सचिव कृषि उत्तर प्रदेश शासन वीडीओ कांफ्रेसिंग के द्वारा प्रदेश के समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए।
अगले शैक्षिक सत्र से प्रदेश में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम बोले उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, स्कूली शिक्षण में बेहतरी के लिए सरकार कटिबद्ध syllabus
अगले शैक्षिक सत्र से प्रदेश में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम
बोले उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा, स्कूली शिक्षण में बेहतरी के लिए सरकार कटिबद्ध

विमल पांडेय, इलाहाबाद1प्रदेश में अगले शैक्षिक सत्र से राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) का पाठ्यक्रम हर हाल में लागू किया जाएगा। स्कूली शिक्षण में बेहतरी के लिए प्रदेश सरकार कटिबद्ध है। नकल माफिया का खेल अब नहीं चलने दिया जाएगा। यह बातें उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने मंगलवार को यहां जागरण से विशेष चर्चा में कहीं।
एक वैवाहिक समारोह में शिरकत करने आए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि शैक्षिक उन्नयन की दिशा में सार्थक प्रयास चल रहा है। पूर्व की सरकारों पर शिक्षा का माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि खामियों को दूर करने में कुछ वक्त जरूर लग सकता है, लेकिन व्यवस्था पूरी तरह पटरी पर लाई जाएगी। अब तक कई प्रयास किए गए हैं और इनके नतीजे बेहतर रहे हैं। 1कोशिश यही है कि साल भर में कम से कम 220 दिन अनिवार्य रूप से पठन-पाठन हो। उन्होंने बताया कि यूपी बोर्ड की परीक्षा में स्वकेंद्र की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। हर परीक्षा केंद्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। दागी इंटर कालेजों को सेंटर बनाया तो कार्रवाई की जाएगी।
निकाय चुनाव में पार्टी की क्या स्थिति रहेगी, इस सवाल पर उन्होंने कहा कि विधान सभा चुनावों की तरह ही नतीजा रहेगा। उपमुख्यमंत्री ने तीसरे और आखिरी चरण में जोरदार मतदान की उम्मीद जताई। डा. शर्मा का यह निजी प्रवास था, फिर भी भाजपा के कई स्थानीय पदाधिकारी उनका स्वागत करने पहुंचे थे।उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा।
टीईटी-2017 के परिणाम पर अभी असमंजस की स्थिति परिणाम 30 नवंबर को जारी होने में अनिश्चितता, इसकी कई वजहें, कई अभ्यर्थियों के साक्ष्यों सहित आपत्तियों पर ली जा रही विशेषज्ञों की राय
टीईटी-2017 के परिणाम पर अभी असमंजस की स्थिति
परिणाम 30 नवंबर को जारी होने में अनिश्चितता, इसकी कई वजहें, कई अभ्यर्थियों के साक्ष्यों सहित आपत्तियों पर ली जा रही विशेषज्ञों की राय
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : यूपी टीईटी-2017 के रिजल्ट की प्रतीक्षा कर रहे लाखों अभ्यर्थियों को अभी इंतजार करना पड़ेगा क्योंकि इसके परिणाम जारी होने में अभी असमंजस की स्थिति है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय अभी आपत्तियों का पूरी तरह से निस्तारण ही नहीं कर सका है। 30 नवंबर को परिणाम जारी होने की अनुमानित तारीख के संबंध में परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय सचिव का कहना है कि निश्चित नहीं की परिणाम उसी दिन जारी होगा। इसकी कई वजहें भी उन्होंने बताई हैं।1टीईटी-2017 की लिखित परीक्षा, परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने पूरे प्रदेश में 15 अक्टूबर को संपन्न कराई थी। इसकी उत्तर कुंजी 18 अक्टूबर को वेबसाइट पर जारी हुई थी जिस पर आपत्तियां आमंत्रित हुई थीं। बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने आपत्तियां साक्ष्यों समेत भेजी जिन पर विशेषज्ञों से परीक्षण कराया गया। छह नवंबर को इसकी संशोधित उत्तर कुंजी जारी हुई थी। जिस पर पूर्व में ही आसार जताए गए थे कि उत्तर कुंजी में एक और बदलाव हो सकता है। हालांकि परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की सचिव ने दो उत्तरों को ही गलत मानते हुए अनुमान जताया था कि 30 नवंबर को परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा। 1हालांकि कार्यालय के इस दावे में अभी असमंजस की स्थिति बरकरार है क्योंकि कई आपत्तियों पर निस्तारण की कार्यवाही चल रही है। सचिव, परीक्षा नियामक प्राधिकारी डॉ.सुत्ता सिंह ने कहा है कि 30 नवंबर को ही रिजल्ट जारी होगा यह निश्चित नहीं है। 1बताया कि अभी निकाय चुनाव की अधिसूचना लगी है, कुछ आपत्तियों पर विशेषज्ञों से निस्तारण करवाया जा रहा है और कुछ अभ्यर्थियों ने कोर्ट में याचिका भी दाखिल कर रखी है। उन्होंने संभावना जताई है कि अधिसूचना खत्म होने के बाद ही रिजल्ट जारी होने की स्थिति बन सकती है।
इलाहाबाद:यूपी बोर्ड: केंद्र निर्धारण की आपत्तियां को वेबसाइट शुरू, जिला विद्यालय निरीक्षक तय यूजर व आइडी पासवर्ड से देंगे सूचना।
यूपी बोर्ड: केंद्र निर्धारण की आपत्तियां को वेबसाइट शुरू, जिला विद्यालय निरीक्षक तय यूजर व आइडी पासवर्ड से देंगे सूचना।
परिषदीय शिक्षक / शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के वेतन में आधार नम्बर अनिवार्य रूप से फीड कराने के सम्बन्ध में
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ( प्रा0 संवर्ग ) के शिक्षक प्रतिनिधियों की प्रत्येक मामलों में भागीदार सुनिश्चित कराए जाने के सम्बन्ध में
टीईटी रिजल्ट और शिक्षक भर्ती लटकने के आसार प्रश्नों के गलत जवाब मामले की सुनवाई 14 दिसंबर को
टीईटी रिजल्ट और शिक्षक भर्ती लटकने के आसार
प्रश्नों के गलत जवाब मामले की सुनवाई 14 दिसंबर को
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपी टीईटी 2017 के रिजल्ट की तारीख जैसे-जैसे करीब आ रही है, लगातार विवाद बढ़ते जा रहे हैं। परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के गलत जवाब के मामले में प्रकरण हाईकोर्ट पहुंचने से समय सारिणी के अनुसार परीक्षा परिणाम जारी होने पर असमंजस बरकरार है। यही नहीं, यह प्रक्रिया लेट होने से इसका असर दिसंबर में होने वाली शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा पर भी पड़ना तय माना जा रहा है।
यूपी टीईटी 2017 का आयोजन बीते 15 अक्टूबर को शांतिपूर्वक हो गया। तीन दिन बाद उत्तरकुंजी जारी हुई और बीते छह नवंबर को संशोधित उत्तरकुंजी वेबसाइट पर अपलोड की गई। अब परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को मिली आपत्तियों का मामला तूल पकड़ गया है। हाईकोर्ट में दो अलग-अलग याचिकाओं में आठ व तेरह प्रश्नों के जवाब गलत होने का दावा किया गया है। इसमें कोर्ट ने 14 दिसंबर तक यह प्रकरण निस्तारित करने का निर्देश दिया है। समय सारिणी के अनुसार टीईटी का रिजल्ट 30 नवंबर को जारी होना था, लेकिन अब इसके फंसने के आसार हैं। चर्चा है कि 14 दिसंबर को यदि कोर्ट ने एक भी प्रश्न को बदलने का आदेश कर दिया तो पूरा परिणाम प्रभावित होगा। इसके पहले रिजल्ट देने में विभाग कठघरे में आ सकता है।
टीईटी का रिजल्ट विलंबित होने से दिसंबर माह में प्राथमिक विद्यालयों के लिए सहायक अध्यापकों की लिखित परीक्षा का प्रभावित होना भी तय है, क्योंकि इस परीक्षा में उत्तीर्ण अभ्यर्थी ही शिक्षक भर्ती में शामिल हो सकते हैं। असल में परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों के गलत जवाब पर बड़ी संख्या में मिली आपत्तियों को सिरे से खारिज करना परीक्षा नियामक कार्यालय की फांस बन गया है।
हालांकि बाद में ‘दैनिक जागरण’ में एक प्रश्न का उत्तर बदलने का मामला उठने पर परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव ने कहा था कि वह दूसरे विशेषज्ञों से आपत्तियों पर नए सिरे से चर्चा कर रही हैं। संभव है कि अंतिम उत्तरकुंजी जारी हो। यह भी संभावना है कि जल्द ही अंतिम उत्तरकुंजी जारी करके रिजल्ट घोषित कर दिया जाए। माना जा रहा है कि ऐसा करने पर कोर्ट में जिन प्रश्नों को चुनौती दी गई है उनका पूरा संज्ञान लिया जाएगा।
अफसर ही डाल रहे गड़बड़ियों पर पर्दा,एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2012 की गड़बड़ियों पर शिक्षा महकमे के अफसर ही पर्दा डाल रहे
अफसर ही डाल रहे गड़बड़ियों पर पर्दा,एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2012 की गड़बड़ियों पर शिक्षा महकमे के अफसर ही पर्दा डाल रहे
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2012 की गड़बड़ियों पर शिक्षा महकमे के अफसर ही पर्दा डाल रहे हैं। जिस तरह से संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) इलाहाबाद मंडल माया निरंजन को लिपिकों पर कार्रवाई के लिए अनुमति नहीं मिली है, बल्कि भर्ती की फाइल खोजने के लिए तीन अफसरों की जांच टीम गठित की गई है। यह प्रकरण कितना गंभीर है इसका अंदाजा सिर्फ इसी से लगाया जा सकता है यहां के पूर्व प्रभारी जेडी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने भी फाइल गुम करने वालों पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा था लेकिन, उसका कोई जवाब ही नहीं दिया गया। 1प्रदेश के राजकीय कालेजों में एलटी ग्रेड शिक्षकों की 2012 में भर्ती हुई थी। हर मंडल में बड़े पैमाने पर शिक्षकों की नियुक्ति हुई। उसी समय इलाहाबाद में भी शिक्षक चयनित होकर विभिन्न कालेजों में नियुक्त हुए। शिक्षकों के चयन के समय ही तमाम मानकों की अनदेखी और अपनों को नियुक्ति देने के आरोप लगे थे। आगे चलकर यह प्रकरण खुलने न पाए इसलिए अफसरों ने मातहत लिपिकों से साठगांठ करके भर्ती की फाइल ही गुम कर दी। इलाहाबाद की मौजूदा जेडी माया निरंजन यहां नियुक्त होने के बाद से गायब हुई फाइल मांग रही हैं, चार महीने से लिपिक उन्हें दांव दे रहे हैं। ऐसे में एक को निलंबित व दूसरे का वेतन रोका गया है, वहीं दो लिपिकों पर एफआइआर आदि की कार्रवाई के लिए अफसरों को लिखा गया है। इस पर अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने लिपिकों पर कार्रवाई का आदेश देने की बजाए निदेशालय के तीन अफसरों की जांच टीम बना दी है, जो गायब फाइल की छानबीन करेंगे। इस समय सहारनपुर मंडल के प्रभारी जेडी चतुर्वेदी ने बताया कि इसके पहले वह जब इलाहाबाद के प्रभारी जेडी रहे हैं, उन्होंने भी 2012 की शिक्षक भर्ती की फाइल तलब की थी, लेकिन वह नहीं मिल सकी थी। तब उन्होंने भी फाइल के जिम्मेदार लिपिकों पर कार्रवाई के लिए बड़े अधिकारियों को पत्र भेजा, लेकिन उन्हें ‘ऊपर’ से कार्रवाई करने की अनुमति नहीं मिली। एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती की फाइल गुम होने को लेकर शिक्षा महकमे के अफसर दो खेमों बंटे हैं। कुछ गुपचुप कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं।
15 दिसंबर के बाद शुरू होंगे साक्षात्कार,इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 542 पदों के लिए साक्षात्कार
15 दिसंबर के बाद शुरू होंगे साक्षात्कार,इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 542 पदों के लिए साक्षात्कार
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शिक्षकों के 542 पदों के लिए नवंबर द्वितीय सप्ताह से शुरू होने वाली साक्षात्कार प्रक्रिया टाल दी गई है। यह फैसला अपरिहार्य कारणों से लिया गया है। अब दिसंबर के द्वितीय सप्ताह के बाद ही साक्षात्कार शुरू होंगे। आवेदकों से विश्वविद्यालय की वेबसाइट व एनआइसी यूपी की परीक्षा वेबसाइट देखने के लिए कहा गया है। साक्षात्कार की अगली तिथि जल्द घोषित की जाएगी। 1शिक्षक भर्ती के लिए सितंबर के दूसरे सप्ताह से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई थी। विश्वविद्यालय ने 14 नवंबर से प्रोफेसर बायोकेमेस्ट्री के पदों पर साक्षात्कार प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की थी। फिर 15 नवंबर से असिस्टेंट प्रोफेसर इंडियन डायसपोरा पद के लिए साक्षात्कार शुरू होना था, लेकिन अपरिहार्य कारणों से ऐसा नहीं हो सका। आवेदकों से कहा गया है कि वे इलाहाबाद विश्वविद्यालय की वेबसाइट 666.ं’’4िल्ल्र5.ंङ्घ.्रल्ल से व एनआइसी के परीक्षा पोर्टल स्रं1्र‘2ँं.4स्र.ल्ल्रङ्घ.्रल्ल को नियमित देखते रहें। साक्षात्कार की नई तिथियों की जानकारी ऑनलाइन दी जाएगी। फैकल्टी रिक्रूटमेंट सेल के निदेशक प्रो. अनुपम दीक्षित ने बताया कि विजिटर के नॉमिनी की तबियत अचानक खराब हो जाने के कारण 14 व 15 नवंबर को प्रस्तावित साक्षात्कार को टाल दिया गया है। अब दिसंबर के द्वितीय सप्ताह के बाद ही साक्षात्कार की प्रक्रिया संभव है। 1542 पदों पर होने हैं साक्षात्कार : इविवि में असिस्टेंट प्रोफेसर के 317, एसोसिएट प्रोफेसर के 154 और प्रोफेसर के 69 पदों के लिए भर्ती होनी है। वूमेंस स्टडी सेंटर में असिस्टेंट प्रोफेसर के एक और एसोसिएट प्रोफेसर के एक पद पर सीमित अवधि के लिए नियुक्ति की जानी है। 1अगले साल तक भी भर्ती मुश्किल: इविवि के शिक्षक पदों के लिए लगभग 18 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। माना जा रहा है कि साक्षात्कार पूरा कर परिणाम घोषित करने में काफी समय लग सकता है। ऐसे में अगले वर्ष तक भी यह भर्ती प्रक्रिया पूरी होना आसान नहीं लग रहा।1एडीसी में दिसंबर में लिए जाएंगे आवेदन : इलाहाबाद डिग्री कॉलेज भी शिक्षकों की कमी से जूझ रहा है। यहां शिक्षकों के कुल 165 पद हैं, जिसमें से 115 पद रिक्त चल रहे हैं। प्राचार्य डॉ. अतुल कुमार सिंह ने बताया कि अभी गवर्निग बॉडी की बैठक नहीं हो पाई थी। अब प्रो. पीयूष रंजन अग्रवाल फिर से गवर्निग बॉडी के चेयरमैन बन गए हैं। शिक्षकों के रिक्त पदों पर दिसंबर के द्वितीय सप्ताह से आवेदन मांगे जाएंगे। 1ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज में नवंबर अंत तक साक्षात्कार : ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज में आवेदन पत्रों की स्क्रीनिंग का काम तेजी से चल रहा है। प्राचार्य डॉ. आनंद शंकर सिंह ने बताया कि शिक्षकों के रिक्त पदों पर नवंबर के अंतिम सप्ताह से साक्षात्कार शुरू किया जाएगा। 1सीएमपी में द्वितीय राउंड के साक्षात्कार सात दिसंबर से : चौधरी महादेव प्रसाद (सीएमपी) में द्वितीय राउंड के साक्षात्कार सात दिसंबर से होंगे। पहले गणित विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर के पदों पर साक्षात्कार होंगे। गणित विभाग में सात पद हैं। प्राचार्य डॉ. आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि गणित विषय में सात पदों के सापेक्ष कुल 105 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। साक्षात्कार सात व आठ दो दिन चलेगा। फिर लाइब्रेरियन के एक पद के लिए साक्षात्कार नौ दिसंबर को होगा। अभ्यर्थियों को 20 नवंबर को इंटरव्यू लेटर ई-मेल से भेजा जाएगा।
टीईटी के 8 सवालों के गलत उत्तर की याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी को दिया आदेश वर्णित प्रश्नों पर एक्सपर्ट कमेटी गठित कर 14 दिसम्बर तक निर्णय लेने का निर्देश
परिषदीय प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों की अर्धवार्षिक परीक्षा में सम्मिलित छात्र/छात्राओं की सूचना उपलब्ध कराए जाने के सम्बन्ध में
विद्याज्ञान प्रारम्भिक लिखित परीक्षा केन्द्रवार विद्यार्थियों की संख्या तथा केंद्रों की सूची एवम पता प्रेषित करने तथा प्रवेश पत्र निर्गत कराने के सम्बन्ध में अनुरोध
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रो के मानदेय भुगतान के लिए अनुदान आवंटन किये जाने हेतु सूचना उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में
विद्यालय प्रबन्ध समिति ( एस0एम0सी0 ) के प्रशिक्षण आयोजन में कतिपय विषयों को सम्मिलित करने के सम्बन्ध में
आज शासन को सौंपा जाएगा शिक्षक भर्ती का प्रस्ताव बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापक भर्ती का मसौदा तैयार हो गया है और उसका परीक्षण भी हो चुका
आज शासन को सौंपा जाएगा शिक्षक भर्ती का प्रस्ताव
बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापक भर्ती का मसौदा तैयार हो गया है और उसका परीक्षण भी हो चुका
राब्यू, इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापक भर्ती का मसौदा तैयार हो गया है और उसका परीक्षण भी हो चुका है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव डा. सुत्ता सिंह शुक्रवार को यह प्रस्ताव शासन को सौंप देंगी और फिर अगले आदेश का इंतजार होगा। लिखित परीक्षा में एक लाख से अधिक अभ्यर्थियों के शामिल होने की उम्मीद है। इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद ही ऑनलाइन आवेदन व अन्य प्रक्रिया पूरी करेगा, परीक्षा नियामक की जिम्मेदारी उनकी लिखित परीक्षा कराकर रिजल्ट सौंपने की रहेगी। इसके लिए प्रदेश के अहम जिला मुख्यालयों पर परीक्षा कराने की रणनीति बनी है। पहली बार हो रही लिखित परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए विशेषज्ञों की तलाश भी तेजी से की जा रही है।
बीएसए ने भेजी दागी शिक्षकों पर कार्रवाई रिपोर्ट :
बेसिक शिक्षा परिषद मुख्यालय ने सभी बीएसए से 15 नवंबर तक फर्जी अभिलेखों के जरिए शिक्षक की नौकरी पाने वाले अभ्यर्थियों पर कार्रवाई करने के बाद उनकी सूची मांगी थी। बीते दस नवंबर तक सिर्फ दस जिलों ने रिपोर्ट भेजी थी। परिषद सचिव ने 15 नवंबर तक अन्य जिलों से अनिवार्य रूप से रिपोर्ट मांगी थी। बताते हैं कि अधिकांश जिलों ने रिपोर्ट भेजी है, अब उसका परीक्षण हो रहा है।
एसएससी की परीक्षा कल : एसएससी की ओर से विभिन्न विभागों में चयन पदों के लिए होने वाली कंप्यूटर आधारित भर्ती परीक्षा 18 नवंबर को होगी। मैटिक / हायर सेकेंड्री / स्नातक स्तरीय चयन पदों के लिए विज्ञापन मई महीने में निकाले गए थे। केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में होने वाली भर्ती के तहत 18 नवंबर को सुपरवाइजर सहित अन्य पदों की परीक्षा होगी। एसएससी ने पूर्व में ही निर्देश जारी किए थे कि स्नातक स्तरीय पदों के लिए होने वाली कंप्यूटर आधारित लिखित परीक्षा में केवल एक बार ही बैठने की अनुमति है। उक्त परीक्षा में किसी अभ्यर्थी की ओर से यह पाया जाता है कि वह एक अधिक बार बैठा है तो उसका अभ्यर्थन सरसरी तौर पर निरस्त कर दिया जाएगा।