अनुदेशक भर्ती के मामले में कोर्ट की फटकार भी नहीं सुन रही है सरकार
💳 32 हजार अनुदेशक भर्ती के आवेदकों में आक्रोश, शीघ्र काउन्सलिंग कराने की माँग।
लखनऊ। अनुदेशक भर्ती की काउंसिलिंग का मुहूर्त सरकार तय नहीं कर पा रही है। कोर्ट द्वारा दिए गए समय की मियाद भी 12 जून 2018 को समाप्त हो जायेगी। जिससे बीपीएड डिग्री धारकों में आक्रोश दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है।
बताते चलें कि बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों में खेलकूद तथा शारीरिक शिक्षा के अंशकालिक 32022 अनुदेशकों की संविदा पर नियुक्ति के लिए काउंसलिंग शुरू होने पर सभी की निगाहें टिकी हैं। इसका आदेश शासन ने 19 सितंबर 2016 को जारी किया, इसके एक माह बाद भर्ती के लिए 24 अक्टूबर 2016 से वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन लिए गए। उस समय नोटबंदी के कारण बैंकों से पर्याप्त सहयोग न मिलने पर परिषद ने ई-चालान से शुल्क जमा करने एवं आवेदन की मियाद बढ़ाई। इससे दावेदारों की संख्या तेजी से बढ़ी। भर्ती के लिए एक लाख 54 हजार 216 ने आवेदन किया है। इसमें 8625 दिव्यांग आवेदक भी हैं। वहीं बीते 28 से 30 नवंबर तक अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन में संशोधन किया है, इसी के साथ पहला चरण पूरा हो गया था। अब दूसरे चरण में काउंसिलिंग की प्रक्रिया शुरू होनी थी। ऑनलाइन आवेदन में संशोधन हुए लगभग एक साल बीत चुके हैं, लेकिन काउंसिलिंग की तारीख तय नहीं हो पा रही है। क्योंकि सरकार बदलने के बाद शिक्षा की भर्तियों को समीक्षा के नाम पर पहले रोका गया फिर 32022 अनुदेशक भर्ती के खिलाफ सरकार द्वारा याचिका दाखिल कर दी गयी। हाई कोर्ट में लम्बे समय तक चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने 12 अप्रैल 2018 को फैसला बीपीएड धारकों के पक्ष में दे दिया। वहीं 32022 अनुदेशकों की भर्ती को 2 महीने में पूरा करने के आदेश भी दिये। उसके बाद बीपीएड डिग्री धारकों में उम्मीद जगी कि जल्द ही अनुदेशकों की भर्ती प्रक्रिया का दूसरा चरण शुरू होगा। लेकिन शासन के द्वारा ढुलमुल रवैये से बीपीड डिग्री धारकों में आक्रोश पनपता जा रहा है। कोर्ट द्वारा दिए गए समय की मियाद भी 12 जून 2018 को समाप्त हो जायेगी।जिसके कारण आवेदकों में चिन्ता और बढ़ती जा रही है। वहीं डिग्री धारकों का कहना है कि भर्ती प्रक्रिया के तहत काउंसलिंग की तिथि शीघ्र घोषित न हुई तो बीपीएड डिग्री धारक सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर होंगे।
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