शौचालय में एमडीएम रखने पर हेडमास्टर निलंबित
14 अक्टूबर को बीएसए ने किया था औचक निरीक्षण,स्कूल के बच्चों को नहीं दिया जा रहा था दूध व फल
शौचालय से एमडीएम का राशन निकालते कर्मचारी
बेला फत्तेपुर प्राइमरी स्कूल में तैनात रहीं प्रधानाध्यापक एमडीएम का वितरण समय से नहीं कराती हैं। वह न तो बच्चों को दूध व फल देती थीं और न ही उनको मानक के अनुसार एमडीएम। ग्रामीणों ने बीएसए से शिकायत की थी। 14 अक्टूबर को बीएसए अचानक विद्यालय पहुंच गए। वहां पंजीकृत 185 विद्यार्थियों के सापेक्ष मात्र 75 बच्चे ही मिले। उन्होंने प्रधानाध्यापक को फटकार लगाने के बाद विद्यालय का निरीक्षण किया। शिक्षकों ने शौचालय खोला तो बोरे में रखा गया चावल व गेहूं देखकर दंग रह गए। शौचालय का भी प्रयोग हो रहा था और वहां भोजन सामग्री रखने पर बीएसए ने नाराजगी जताई। इस लापरवाही के लिए प्रधानाध्यापक को दोषी मानते हुए गुरुवार को उन्हें निलंबित कर दिया। बीएसए अर¨वद कुमार ने बताया कि अन्य विद्यालयों की भी लगातार जांच हो रही है। इस प्रकार की शिकायत मिली तो अब शिक्षकों के खिलाफ और भी कठोर कदम उठाया जाएगा।
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